आप सिर खुजलाने लगेंगे ये सजाएं सुनकर
ये अजीबो गरीब (weird news) खबर है। जिसे सुनकर आप अपना सिर खुजलाने लगेंगे। दरअसल, पूरी दुनिया में हर अपराध की सजा हर देश में अलग-अलग तरीके से तय की गई है, जिनमें से कुछ अजीबों-गरीब है।
इन देशों में जब ये सजाएं (punishment) दी गईं तो लोगों को बहुत हैरानी हुई और सवाल पूछने लगे कि क्या इससे ज्यादा हास्यास्पद कुछ हो सकता है। एक व्यक्ति को गधे पर बैठाकर मार्च करने की सजा सुनाई गई।
ये हैं पांच अजीबो गरीब सजाएं | most weird punishment
1. सबसे पहले बात करते हैं अमेरिका की। दरअसल, अमेरिका के मिसौरी में रहने वाले डेविस बेरी नाम के शख्स ने एक मर्तबा कई सैकड़ों हिरणों का शिकार कर डाला।
इस अपराध के बाद वर्ष 2018 में अदालत ने उसे दोषी पाया और सजा सुनाई कि डेविस एक साल तक जेल में रहेगा और इस दौरान महीने में कम से कम एक बार डिज्नी का बाम्बी कार्टून देखेगा।
2. दूसरी सजा (punishment) बहुत अजीब है। ये सजा शायद ही किसी को दी गई हो। दरअसल अमेरिका के ही ओकलाहोमा में रहने वाले 17 साल के टाइलर एलरेड को भी अदालत ने अजीबो-गरीब सजा दी थी।
वर्ष 2011 में टाइलर एलरेड शराब पीकर गाड़ी चला रहा था। इस दौरान दुर्घटना हो गई और इसमें टाइलर के एक दोस्त की मौत हो गई। उस वर्ष में टाइलर हाई स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे।
इसलिए अदालत ने सजा सुनाते हुए कहा कि हाई स्कूल और ग्रेजुएशन खत्म करने के साथ उन्हें साल भर के लिए ड्रग, शराब और निकोटिन टेस्ट करवाने होंगे। और 10 साल तक चर्च भी जाना होगा।
3. तीसरी अजीबो-गरीब सजा भी अमेरिका में ही सुनाई गई थी। वर्ष 2003 में शिकागो के रहने वाले दो लड़कों ने क्रिसमस की शाम चर्च से ईसा मसीह की मूर्ति चुराई थी। उसके बाद उन्होंने मूर्ति को नुकसान भी पहुंचाया था।
कोर्ट ने उन्हें इस कृत्य का दोषी पाया और उन्हें 45 दिन के लिए जेल भेज दिया गया। इसके अलावा उन्हें अपने गृहनगर में एक गधे के साथ मार्च करने का भी आदेश दिया गया था।
4. चौथी सजा बहुत अजीब और काफी दिलचस्प है। दरअसल, स्पेन के एंडालूसिया में रहने वाले 25 वर्षीय युवक के माता-पिता ने उसे पॉकेट मनी देना बंद कर दिया। इसके बाद ये मामला कोर्ट तक पहुंच गया।
अदालत ने फैसला युवक के पक्ष में नहीं सुनाया और कहा कि अगले 30 दिन के अंदर उसे अपने माता-पिता का घर छोड़कर जाना होगा और अपने पैरों पर खड़ा होना पड़ेगा।
5. पांचवीं अजीबो-गरीब सजा (punishment) ये है कि वर्ष 2008 में एंड्रयू वेक्टर नाम का युवक अपनी कार में तेज आवाज में गाने सुन रहा था। इस अदालत ने उस पर 120 पाउंड का जुर्माना लगाया।
साथ ही अदालत ने ये भी कहा कि उसका जुर्माना घटाकर 30 पाउंड कर दिया जाएगा पर शर्त ये है कि वेक्टर को 20 घंटों तक बीथोवन, बाख और शोपेन का शास्त्रीय संगीत सुनना होगा।
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