15 सालों बाद सपा राजा भैया के गढ़ कुंडा और बाबागंज से अपने उम्मीदार उतारेगी
15 सालों बाद सपा राजा भैया के गढ़ कुंडा और बाबागंज से अपने उम्मीदार उतारेगी |
Pratapgarh Raja bhaiya kunda SP candidate hindi latest news 2022
प्रतापगढ़ की कुंडा तहसील की राजनीति बहुत ही दिलचस्प रही है। कुंडा और बाबागंज को राजा भैया का गढ़ कहा जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजा भैया सपा पार्टी के करीबी माने जाते रहे हैं। यही कारण है कि पिछले 3 विधानसभा चुनावों में यानि की 15 सालों में सपा ने कोई भी उम्मीदवार राजा भैया के खिलाफ नहीं उतारे थे। लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा राजा भैया के खिलाफ उम्मीदवार उतारने जा रहे है।
अखिलेश यादव और राजा भैया में मनमुटाव
बताते चलें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में राजा भैया ने 'जनसत्ता दल लोकतांत्रिक' नाम से एक पार्टी बनायीं। इस वजह से उनके और सपा के बीच दूरियां आ गयी। पहले भी राजा भैया निर्दलीय चुनाव लड़ते रहे हैं। लेकिन उन्हें सपा का समर्थन प्राप्त रहता था। लेकिन इस बार उनके और अखिलेश यादव के बीच दूरी बन गयी है। 2019 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने अपने प्रयाशी इंद्रजीत सरोज के समर्थन में आयोजित हुई जनसभा में राजा भैया के खिलाफ बयानबाजी की थी।
जब मुलायम सिंह यादव सपा के अध्यक्ष हुआ करते थे तो सपा और राजा भैया के बीच रिश्ते बहुत अच्छे रहते थे लेकिन जब से अखिलेश यादव सपा के अध्यक्ष बने है तब से सपा के राजा भैया से रिश्ते ठीक नहीं रहे है यही कारण है इस बार के चुनाव में राजा भैया के खिलाफ सपा उम्मीदवार उतार रही है।
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इस बार कुंडा से सपा उतारेगी अपना उम्मीदवार
अखिलेश यादव ने कुंडा नगर पंचायत के चेयरमैन छविनाथ यादव को जिले की कमान सौंपी थी। छविनाथ यादव एक साल से बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने का काम कर रहे हैं। लेकिन मौजूदा समय में छविनाथ यादव जेल में है लेकिन उनके भाई कुंडा के पूर्व चेयरमैन गुलशन यादव क्षेत्र में सक्रीय हैं।
राजा भैया को इस बार के चुनाव में टक्कर देंगे विनोद सरोज
सपा कुंडा और बाबागंज से विनोद सरोज को राजा भैया से टक्कर देने के लिए रणनीति तैयार कर रही है। अब आने वाला समय ही बतायेगा कि सपा की राजा भैया के खिलाफ रणनीति कामयाब होती है कि नहीं।