इन 5 तरह की चाय पिएं, आपको एंग्जाइटी और डिप्रेशन से मिलेगी राहत (The 5 Best Teas for Anxiety and Depression)

 

अगर आप एंग्जाइटी की समस्या से ज्यादा पीड़ित है और आप इसका समाधान ढूढ़ रहे हैं तो आज हम आपको चाय के कुछ प्रकारों के बारे में बताएँगे जिसको पी कर आप एंग्जाइटी से कुछ हद तक राहत पा सकते हैं। ऐसा देखा गया है कि व्यस्त और भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोग चिंता और तनाव से पीड़ित हो रहे हैं। एंग्जाइटी से कई लोग पीड़ित हो रहे हैं। 

चाय में जड़ी-बूटियाँ होती हैं और इसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल गूण होता है। यह गुण सूजन को कम करता हैं, खून के थक्कों और  हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को कम करता हैं, इससे मानव शरीर को लाभ मिलता हैं। 

यह सर्दियों का मौसम है। इस दौरान लोग खुद को गर्म रखने के लिए चाय पीते  है।  सुबह शाम लोग विशेष रूप से चाय की चुस्की लेते हैं। कई अध्ययन में पाया गया है कि चाय को बेहतर ढंग से पीने से एंग्जाइटी (चिंता) और स्ट्रेस (तनाव) से छुटकारा पाया जा सकता हैं। आइये इन कुछ चाय के प्रकारों के बारे में जानते हैं। 

ग्रीन टी


Grean Tea for anxiety 


ग्रीन टी पीने से शरीर को कई तरह का लाभ मिलता है। सबसे बड़ा लाभ यह मिलता है कि इससे वजन नहीं बढ़ता है और शुगर भी सामान्य रहती है। ग्रीन टी  के लाभों में मेटाबॉलिज्म, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना और हमारी नर्व पर शांत प्रभाव डालना आदि है। ग्रीन टी विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट का बहुत बड़ा स्रोत होता है। चाय के पौधे में मुख्य रूप से पाया जाने वाला अमीनो एसिड थीनाइन तनाव को दूर करने में मदद करता है। 

 
लैवेंडर चाय

Lavender Tea

लैवेंडर चिंता, सिरदर्द और तनाव के निवारण के लिए बहुत बढ़िया होता है। इसका सेवन करने से शांत प्रभाव पड़ता है। लैवेंडर की चाय लैवेंडर के पौधे की सूखी कलियों से बनाई जाती है, यह मांसपेशियों को शांत करती है और नसों को आराम देती है, जिससे तनाव से राहत मिलती है और कष्टदायी सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द से राहत दिलाती है। सोने से पहले एक कप चाय पीने से आपको ज्यादा तनाव मुक्त नींद लेने में मदद मिल सकती है और यह मस्तिष्क के कार्य को शांत करने में भी मदद करता है।
 

दालचीनी काली चाय

      

Dalchini Kali chay

कई अध्ययनों से पता चला है कि दालचीनी की सुगंध शरीर को आराम प्रदान कर सकती है, आराम मिलने से तनाव से भी राहत मिलती है। दालचीनी की चाय में ढेर सारे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, यह आपको स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। गर्म गर्म चाय में दालचीनी मिलाने से न सिर्फ चाय का स्वाद बढ़ेगा बल्कि तनाव से राहत तो मिलेगी ही साथ ही कई और अन्य लाभ भी मिलेंगे। 


तुलसी की चाय

Tulsi Chai

तुलसी एक प्राकृतिक पदार्थ है। यह आपके मानसिक स्वास्थ्य को लाभ प्रदान करने में मदद करती है। तुलसी स्वास्थ्य के लिए रामबाण की तरह काम करती है। तुलसी का धार्मिक महत्व तो है ही साथ ही साथ इसका स्वास्थ्य के मामले में भी बहुत बड़ा हाथ है।  तुलसी का सेवन अगर हर रोज किया जाए तो यह शरीर की कोशिकाओं और अंगों को डिटॉक्सीफाई करने में मदद मिलती है।

 

तुलसी मन को शांत करने और तनाव को दूर करने में भी मदद करती है। इसके अलावा यह एंटी- डिप्रेसेंट  (अवसाद विरोधी) गतिविधि और याददाश्त और कॉग्निटिव फंक्शन (संज्ञानात्मक कार्य) पर सकारात्मक प्रभाव सहित कई मनोवैज्ञानिक लाभ प्रदान करती है। तुलसी का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है और आमतौर पर ज्यादातर लोगों के लिए यह सुरक्षित होता है। 

 

अश्वगंधा चाय

Ashwagantha Cha


अश्वगंधा के बारे में आपको मालूम ही होगा, इसका उपयोग सदियों से दवाओं में किया जाता रहा है। यह जड़ी बूटी एक एडाप्टोजेन है, एडाप्टोजेन एक प्राकृतिक पदार्थ है जिसे शरीर को तनाव के अनुकूल बनाने में मदद करने के लिए जाना जाता है। इनका सेवन काढ़ा या चाय के रूप में आसानी से किया जा सकता है। अश्वगंधा वास्तव में शरीर में हार्मोन को संतुलित करता है क्योंकि हार्मोनल असंतुलन से अक्सर मूड में उतार-चढ़ाव, वजन बढ़ना और तनाव होता है। अश्वगंधा में अवसाद, चिंता से लड़ने में बढ़ावा देने के लिए डी-स्ट्रेसिंग गुण होते हैं। अश्वगंधा के नियमित उपयोग से तनाव को सहने की क्षमता में सुधार होता है, इससे मानसिक क्षमता बढ़ती है।

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नोट: 
 

ऊपर जिन भी चाय के प्रकारों के बारे में बताया गया है उनका सेवन करने से स्वास्थ्य पर कोई भी साइड इफेक्ट नहीं पड़ता है, लेकिन यह जान लेना जरूरी है कि किसी भी चीज का सेवन अधिकता में नही करना चाहिए।
 

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