मधुमेह ऐसी बीमारी है जिसे केवल नियंत्रित कर सकते है इसको खत्म नही कर सकते हैं। इसलिए अगर आप भी रक्त में डायबिटीज  की बढ़ी मात्रा से परेशान है तो आपको हमेशा सतर्क रहने की जरूरत है। अपने रक्त में डायबिटीज की मात्रा के बढ़ने पर नियंत्रण करना होगा। मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए आपको अपने खाने-पीने और जीवनशैली का खास ख्याल रखने की आवश्यकता होती है। ज्यादा देर तक खाली पेट भूखे नही रहना चाहिये। स्टार्च युक्त खाने से, शक्कर युक्त मीठी चीजों के सेवन में परहेज करना चाहिये। खाने-पीने में थोड़ी सी भी लापरवाही करना मतलब रक्त में शर्करा के स्तर को तेजी से बढ़ने का निमंत्रण देना। खाने-पीने की चीजों में सावधानी बरतने के साथ-साथ कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं।


 

 



 

रक्त मधुमेह में कैसे लाभकारी है सहजन?

सहजन की पत्तियां ऊर्जा बढ़ाने के साथ ही साथ रक्त में मधुमेह स्तर को भी नियंत्रित रखने की क्षमता के लिए जानी जाती  है। सहजन की पत्तियों में पोषण तत्व पाये जाते है जो मधुमेह रोगी की शरीर में रूधिर स्राव में वृद्धि करती  है साथ ही साथ इसमें  एंटी इन्फ्लामेट्री और एंटीऑक्सीडेंट तत्वों का भंडार होते है। 



 

मधुमेह रोगी इस प्रकार करें सहजन की पत्तियों का इस्तेमाल-



 

मधुमेह रोगी सहजन की पत्तियों को खाने से साथ या सलाद के साथ  मिलाकर कर इसका इस्तेमाल कर सकते है या आप इसको पालक की सब्जी के जैसे उबालकर इस्तेमाल कर सकते है। आप सहजन का प्रयोग चाय के जैसे  कर सकतें है इसके लिए आप चाहे तो सहजन को सुखाकर इसको बारीक पाउडर बनाकर सूती कपड़े से छानकर रख लें।  कैफीन मुक्त सहजन वाला पाउडर स्वाद में बेहद कड़वा-मीठा लगता है। सहजन को प्रतिदिन 5 ग्राम से ज्यादा की मात्रा में नही इस्तेमाल करना चाहिए। एक भगोने में पानी लेकर उसमे थोड़ा सहजन का पाउडर मिलाकर उबाले, उबालने के बाद इसको सूती कपड़े छानकर शहद मिलाकर इसका इस्तेमाल कर सकते है, इसके सेवन से रक्त में मधुमेह की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।


 

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