भारत के मिजोरम राज्य में संख्या के मामले में दुनिया (world largest) का सबसे बड़ा परिवार रहता है। इस परिवार में 181 लोग रहते हैं, जिनके लिए 100 कमरों की व्यवस्था घर के मुखिया ने की है।

किसी छोटी शादी की बात करें तो वहां 100 से 150 लोग जाते हैं। उनके खाने-पीने की सुविधा के लिए हलवाई बुलाना पड़ता है। इसलिए इस परिवार (family) के 181 सदस्यों के लिए हर रोज खाना बनाना किसी शादी से कम नहीं है।

इस व्यक्ति की 33 पत्नियां, 94 बच्चे और

world largest family

दुनिया के सबसे बड़े परिवार के मुखिया का नाम जिओना चाना है। ये अपनी 33 पत्नियों के साथ भारत के मिजोरम राज्य के बटवंग गांव में रहते हैं। इनके 94 बच्चे हैं, 14 बहु हैं, 33 पोते-पोतियां और एक प्रपौत्र है।

चाना के बड़े बेटे नुनपरलियाना की पत्नी थेलेंजी का कहना है कि परिवार में सब लोग बहुत खुशी के साथ रहते हैं। और परिवार में लड़ाई-झगड़े जैसी कोई बात कभी नहीं होती। सारे काम सब मिल-जुलकर करते हैं।

परिवार (family) में जितनी महिलाएं हैं, वे सभी खेती करती हैं और इससे उन्हें आर्थिक तौर पर घर चलाने में काफी मदद मिलती है। चाना की सबसे बड़ी पत्नी मुखिया के तौर पर घर के सभी सदस्यों के कार्यों का बंटवारा करती है और उनके कामकाज पर नजर भी रखती है।

2 महीने का राशन एक दिन में खत्म

world largest family

आमतौर पर सामान्य परिवार के लिए जितना राशन 2 महीने चलता है, उतना राशन ये बड़ा परिवार एक दिन में खत्म कर देता है। इस परिवार के लिए हर रोज 20 किलो फल आता है।

वहीं, एक दिन में इस परिवार में 45 किलो से ज्यादा चावल, 30-40 मुर्गे, 25 किलो दाल और 60 किलो सब्जियां सभी सदस्यों की भूख मिटाने के लिए खर्च हो जाती है।

परिवार के मुखिया जिओना चाना अपने बेटों के साथ बढ़ई का काम करते हैं। जियोना चाना दुनिया के सबसे बड़े परिवार के मुखिया होने पर गर्व महसूस करते हैं।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में रिकॉर्ड दर्ज

world largest family

दरअसल, इस परिवार का नाम गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज  हैं। इस गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (world record) में परिवार के सदस्य अपने आप में पूरा गांव हैं।

परिवार में रहने वाले इतने सारे सदस्यों के नाम और उनके जन्मदिन को याद रखना काफी मुश्किल है। इस बारे में चाना के सबसे बड़े बेटे नुनपरलियाना कहते हैं कि परिवार में सभी सदस्यों के नाम याद रखना मुश्किल नहीं है।

लोग-बाग अपने बहुत सारे दोस्तों के नाम भी तो याद रखते हैं। हम उसी तरह अपने भाई-बहनों और अपने-उनके बच्चों के नाम याद रख लेते हैं। मगर हां, जन्मदिन याद रखने में दिक्कत होती है, लेकिन किसी न किसी को याद रह ही जाता है।

ये भी पढ़ें:-

सिर्फ इतनी सी उम्र में हुई थी शादी और बन गई सबसे कम उम्र की दादी

हनीमून पर दुल्हन की मां गई साथ, फिर दूल्हे ने कर दिया ये काम

यहां मरे हुए लोगों के साथ रहते हैं लोग, उन्हें रोज देते हैं खाना

You Might Also Like