दिल्ली: लड़का-लड़की करते थे बातें, लड़की वालों ने पीट-पीटकर मारा डाला
राजधानी दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में राहुल नाम के शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक, मृतक किसी लड़की के प्यार में था।
मृतक राहुल की उम्र 18 वर्ष बताई जा रही है और वह बच्चों को पढ़ाने का काम करता था। शुरूआती जांच के आधार पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर तीन नाबालिग समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
लड़की से दोस्ती को लेकर मारपीट
18 वर्षीय मृतक राहुल राजपूत की हत्या बुधवार को पीट-पीटकर कर दी गई थी। शुरूआती छानबीन में पता चला है कि किसी लड़की को लेकर मारपीट की बात सामने आई है।
बुधवार शाम लड़की के कुछ रिश्तेदार राहुल से मिले थे। फिर उसके ऊपर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। बेहोशी की हालत में राहुल को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
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चूंकि आरोपी दूसरे धर्म के थे। इसलिए इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि हालात न बिगड़ें।
राहुल राजपूत हत्याकांड में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित की मृत्यु तिल्ली (Spleen) फटने से हुई है।
थप्पड़ मार लेते, जान से क्यों मारा: पिता
मृतक राहुल के पिता संजय ने कहा, "अगर उस लड़की के परिवार को कोई दिक्कत थी तो मेरा बेटा नौजवान था। उसे थप्पड़ मार लेते या हमें बताते।
लेकिन उसे मारने से क्या होगा। मैं बस ये चाहता हूं कि जिन लोगों ने मेरे बेटे को मारा, वो जेल से कभी रिहा न हों।''
बता दें कि लड़की का परिवार कुछ गली दूर रहता है। सूत्रों के अनुसार, लड़की ने ही आरोपियों की पहचान में पुलिस की सहायता की।
अबतक 5 गिरफ्तार
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि राहुल का पास में रहने वाली एक लड़की से दोस्ताना व्यवहार था, लेकिन यह बात लड़की के घरवालों को कतई पसंद नही थी।
पुलिस के मुताबिक, जिन लोगों ने राहुल पर हमला किया, उनमें लड़की का भाई मोहम्मद राज (20), एक रिश्तेदार मानवर हुसैन (20) और उसके तीन नाबालिग दोस्त शामिल हैं। तीनों फिलहाल पुलिस की हिरासत में हैं।
राहुल के पिता संजय राजपूत बताया है कि एक दिन पहले लड़की ने राहुल से मुलाकात की थी। उन्होंने यह भी कहा कि लड़की राहुल का कोरोना टेस्ट कराने साथ में गई थी।
मामले को दूसरे रंग न दें: डीसीपी
इस मामले पर दिल्ली पुलिस के नॉर्थ-वेस्ट डीसीपी का कहना है कि पीड़ित राहुल जहांगीरपुरी की एक लड़की का दोस्त था। उस लड़की के परिवार को इससे दिक्कत थी
इसलिए रिश्तेदारों ने राहुल को पीटा जिससे उसकी मौत हो गई। मोहम्मद राज, मानवर हुसैन और तीन नाबालिगों को गिरफ्तार किया गया है।
हम लोगों से अपील करते हैं कि मामले को कोई दूसरा रंग न दें, यह दो परिवारों की लड़ाई का मामला है।
कैसे हुई पूरी घटना?
पुलिस के मुताबिक, राहुल राजपूत परिवार समेत मूलचंद कॉलोनी इलाके में रहते थे। परिवार में पिता संजय, मां रेणुका और छोटी बहन है। पिता रोहिणी सेक्टर-18 में टैक्सी स्टैंड चलाते हैं।
राहुल सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहे थे। साथ ही अंग्रेजी की ट्यूशन दिया करते थे। बुधवार की
रात को राहुल के चाचा के लड़के गोलू के पास अनजान नंबर से फोन आया था।
राहुल को कहा था कि उसे अपने बच्चे को ट्यूशन पढ़ाना है। वह बाहर आ जाए। राहुल घर से
बाहर बिना किसी को बताए गली के बाहर आ गए। यहां से दर्जन से अधिक लोग बराबर की गली नंदा रोड पर ले गए।
आरोप है कि एक दर्जन से अधिक आरोपियों ने राहुल की पीट-पीटकर हत्या कर दी। उनके कपड़े भी फाड़ दिए। गोलू ने फोन किया तो वारदात का पता चला।
राहुल ने अपनी मां को बताया कि उनको पीटा गया है। घर वाले हालात बिगड़ने पर उसे कार से सीधे बाबू जगजीवन राम अस्पताल में ले गए।
डॉक्टरों ने राहुल को उपचार के दौरान मृत घोषित कर दिया। इसके बाद राहुल के चाचा धर्मपाल के बयान पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया।
गोलू का मोबाइल फोन कब्जे में लेकर अनजान फोन नंबर से आई कॉल को ट्रेस किया गया। इसके बाद जहांगीरपुरी इलाके के रहने वाले सभी आरोपियों को पकड़ लिया।